एंटोनियो नाइनो से सोनिया गांधी का सफ़र :- सोनिया गांधी जी का जन्म 9 दिसंबर 1946 में इटली के लिसियाना में एक रोमन कैथोलिक ईसाई परिवार में हुआ था। वो कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में फ्लाईट अटेंडेंट के उद्देश्य से कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था।
राजीव गांधी और सोनिया गांधी जी की मुलाकात:- उन्हीं दिनों राजीव गांधी भी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते थें। उसी यूनिवर्सिटी में दोनों लोगो एक दूसरे से परिचय हुआ। उसके बाद प्यार फिर राजीव गांधी जी भारत आकर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी को सोनिया और अपने प्यार के बारे में बताया। इंदिरा गांधी जी की सहमति से राजीव गांधी और सोनिया गांधी जी का विवाह हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार हुआ।
राजीव गांधी का राजनीति में प्रवेश:-
संजय गांधी की सन् 1981 प्लेन दुर्घटना मे मृत्यु हों जाने से इंदिरा गांधी जी को बेहद आघात पहुंचा। जिसके बाद उन्होंने राजीव गांधी को अपने पास बुला लिया। परन्तु कुछ ही सालों के बाद 1984 में "ऑपरेशन ब्लू स्टार" भिंडरावाला के खिलाफ अमृतसर में भारत सरकार ने चलाया। जिससे इंदिरा गांधी जी के ही सुरक्षा कर्मियों द्वारा हत्या कर दी गई। उसके बाद नए प्रधानमंत्री राजीव गांधी बने।
राजीव गांधी की हत्या :- उन्हीं दिनों दक्षिण भारत से श्री लंका तक एक चरम पंथी संगठन LTTE ( the Liberation Tigers of Tamil Eela) पूरी तरह से सक्रिय था। जो मुख्य रूप से तमिलनाडु और श्रीलंका के तमिल भाषी लोगों की सहानभूति प्राप्त थीं। LTTE का मुख्य विरोध या विवाद श्री लंका की सरकार के साथ था। परन्तु उसकी देश विरोधी गतिविधियों के कारण भारत सरकार ने कढ़े कदम उठाएं। जिससे LTTE chief prabhakaran ने राजीव गांधी को मारने की साज़िश रची। जिसके परिणामस्वरूप एक चुनाव रैली में बम धमाके में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई। जो सोनिया गांधी के लिए सबसे पीढ़ादायक समय रहा।
राजीव गांधी की मृत्यु के 6 साल बाद सोनिया का राजनीति में आगमन:- सन् 1997 में सोनिया गांधी ने कोंग्रेस को ज्वॉइन किया। बीते एक साल में ही वह पार्टी की प्रमुख रहीं। उन दिनों भी पार्टी की परिस्थिति ठीक नहीं चल रहीं थीं।
10 सालों तक UPA का नेतृत्व:-
सोनिया गांधी ने UPA (United Progressive Alliance) को एक सशक्त नेतृत्व भी दिया। 2004 के आम चुनाव में NDA की बुरी हार के बाद देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस की कमान सोनिया गांधी के हाथ में थीं। उन दिनों उन्हें विदेशी नागरिक होने के कारण काफ़ी विरोधो का भी सामना करना पड़ा।
सोनिया गांधी की रुचि :- protection of environment, Indian classical tribal art & music, conservation of oil painting, reading and gardening।
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बहुत अच्छा
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